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Rajiv Gandhi death anniversary 21 may 2024 राजीव गांधी पुण्यतिथि 21 मई 2024 | भारत के छठे प्रधानमन्त्री

Rajiv Gandhi death anniversary 21 may 2024 राजीव गांधी पुण्यतिथि 21 मई 2024 | भारत के छठे प्रधानमन्त्री

भारत के पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी Rajiv Gandhi  की 21 मई 1991 को हत्या कर दी गई थी। वह अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 से 1989 तक प्रधान मंत्री का पद संभालने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे। राजीव गांधी की मृत्यु श्रीलंका के अलगाववादी उग्रवादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) द्वारा किए गए आत्मघाती बम विस्फोट का परिणाम थी।

यह हत्या तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनाव प्रचार रैली के दौरान हुई थी। जैसे ही वह गांधीजी के पास पहुंची, हमलावर थेनमोझी राजरत्नम ने अपने कपड़ों के नीचे छिपे एक विस्फोटक उपकरण में विस्फोट कर दिया। इस हमले में न केवल राजीव गांधी की मौत हुई, बल्कि कार्यक्रम में मौजूद कई अन्य लोगों की भी जान चली गई।

राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को याद करने के लिए भारत हर साल 21 मई को उनकी पुण्य तिथि मनाता है। देश भर में विभिन्न कार्यक्रम और स्मारक सेवाएँ आयोजित की जाती हैं, विशेषकर नई दिल्ली में उनके स्मारक वीर भूमि पर। राजनीतिक नेता, परिवार के सदस्य और जनता उनकी विरासत और भारत के विकास पर उनकी नीतियों के प्रभाव को दर्शाते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।

 

  • राजीव गांधी का प्रारंभिक जीवन 
  • राजीव गांधी शिक्षा 
  • राजीव गांधी वैवाहिक जीवन 
  • राजीव गांधी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान 
  • राजीव गांधी का निधन
  • राजीव गांधी की विरासत
  • राजीव गांधी श्रद्धांजलि
  • निष्कर्ष

 

 

Rajiv Gandhi

राजीव गांधी का प्रारंभिक जीवन – Early life of Rajiv gandhi –

राजीव गाँधी भारत के प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाता है । राजीव गाँधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बाम्बे ( मुंबई ) में हुआ ।

राजीव गाँधी के माँ का नाम – इंदिरा गाँधी

राजीव गाँधी के पिता – फिरोज गाँधी था

राजीव गाँधी की राजनीती यात्रा गाँधी एवं नेहरू खंडन से जुडी थी क्योकि उनके दादा स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री रहे वही उनकी माँ इंद्रिरा गाँधी भी प्रधानमंत्री रही जो की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थी भारत की राजीव गाँधी का परिवार स्वतंत्रता के पहले से ही भारतीय राजनीती पर सक्रिय रहा है । इनके पर दादा ( मोतीलाल नेहरू ) कांग्रेस के बड़े नेता थे जो भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे ।

 

शिक्षा – Rajiv Gandhi Education 

राजीव गांधी का जन्म मुंबई में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के प्रसिद्ध दून स्कूल में प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने लंदन के इम्पीरियल कॉलेज और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की। वे पेशे से पायलट थे और इंडियन एयरलाइंस के लिए काम करते थे।

 

वैवाहिक जीवन – Rajiv Gandhi married life

1968 में, राजीव गांधी ने सोनिया मायनो से विवाह किया, जो मूल रूप से इटली की रहने वाली थीं। विवाह के बाद, सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिकता ग्रहण की और राजीव गांधी के राजनीतिक जीवन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।

 

राजीव गांधी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान – Rajiv Gandhi during his tenure as Prime minister –

राजीव गांधी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण नीतियों और पहलों को लागू किया जो भारत के सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी परिदृश्य को बदलने में महत्वपूर्ण साबित हुईं। यहां उनके कार्यकाल के कुछ प्रमुख पहलुओं का विवरण दिया गया है:

1. तकनीकी उन्नति और सूचना प्रौद्योगिकी
राजीव गांधी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान भारत में सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर क्रांति को बढ़ावा देना था। उन्होंने कंप्यूटर और टेलीकॉम सेक्टर में बड़े सुधार किए और देश को डिजिटल युग में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति: राजीव गांधी ने 1986 में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरुआत की, जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शिक्षा पर जोर दिया गया।
MTNL और VSNL: उन्होंने महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) और विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) की स्थापना की, जिससे दूरसंचार सेवाओं में सुधार हुआ।

2. पंचायती राज संस्थाओं का सुदृढ़ीकरण
राजीव गांधी ने पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए 73वें और 74वें संविधान संशोधन विधेयक प्रस्तुत किए। इन संशोधनों ने ग्रामीण और शहरी स्थानीय स्वशासन को संवैधानिक मान्यता प्रदान की और उन्हें अधिक स्वायत्तता और वित्तीय स्वतंत्रता दी।

3. आर्थिक सुधार
राजीव गांधी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदार बनाने और लाइसेंस राज को कम करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।

औद्योगिक नीति: उन्होंने नई औद्योगिक नीति की शुरुआत की, जिसने उद्यमिता को प्रोत्साहित किया और उद्योगों को विनियामक जटिलताओं से मुक्त किया।
नवोन्मेष और अनुसंधान: उन्होंने अनुसंधान और विकास में निवेश को बढ़ावा दिया और वैज्ञानिक नवाचार को प्रोत्साहित किया।

4. शांति और सुलह के प्रयास
राजीव गांधी ने देश में विभिन्न आंतरिक संघर्षों को सुलझाने के लिए कई समझौतों और शांति प्रयासों की पहल की।

पंजाब समझौता: उन्होंने पंजाब में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए अकाली दल के साथ राजीव-लोंगोवाल समझौता किया।
असम समझौता: उन्होंने असम आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त करने के लिए असम गण परिषद के साथ समझौता किया।
मिजोरम समझौता: मिजो नेशनल फ्रंट के साथ समझौता करके मिजोरम में शांति स्थापित की।

5. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योगदान
राजीव गांधी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

श्रीलंका: उन्होंने श्रीलंका में शांति स्थापना के लिए भारतीय शांति सेना (IPKF) को भेजा, हालांकि यह पहल विवादित रही।
NAM (गुट निरपेक्ष आंदोलन): उन्होंने गुट निरपेक्ष आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और विकासशील देशों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।

6. महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुधार
राजीव गांधी ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए।

महिला आरक्षण: उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की व्यवस्था की।
सामाजिक न्याय: समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए उन्होंने कई नीतियाँ लागू कीं।

 

निधन – Rajiv Gandhi passes away

21 मई 1991 को, एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान, तमिल टाइगर्स (LTTE) के आत्मघाती हमलावर ने राजीव गांधी की हत्या कर दी। उनकी मृत्यु ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया और वे भारतीय राजनीति में शहीद के रूप में माने गए।

 

राजीव गांधी की विरासतRajiv Gandhi’s legacy

भारतीय राजनीति और समाज में कई महत्वपूर्ण पहलुओं से जुड़ी हुई है। उनकी नीतियों और पहल ने भारत को आधुनिक और प्रगतिशील राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर किया।

राजीव गांधी की विरासत उनके सुधारों और नीतियों में जीवित है। उनके द्वारा शुरू की गई सूचना प्रौद्योगिकी और टेलीकॉम क्रांति ने भारत को आज एक वैश्विक आईटी हब के रूप में स्थापित किया है। पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा देने और स्थानीय स्वशासन को मजबूत करने की उनकी पहल ने भारतीय लोकतंत्र को जमीनी स्तर पर सुदृढ़ किया।

उनकी आर्थिक नीतियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदारीकरण की दिशा में अग्रसर किया, जिसने 1991 के बाद के आर्थिक सुधारों का मार्ग प्रशस्त किया। राजीव गांधी के नेतृत्व में शुरू किए गए कई विकास कार्यक्रम आज भी देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

 

राजीव गांधी को श्रद्धांजलि – Tribute to Rajiv Gandhi –

राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर, देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों और समारोहों का आयोजन किया जाता है। लोग उनकी समाधि ‘वीर भूमि’ पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके योगदान को याद करते हैं। कांग्रेस पार्टी और अन्य संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में उनके जीवन और कार्यों पर चर्चा की जाती है और उनके आदर्शों को याद किया जाता है।

 

निष्कर्ष- conclusion 

राजीव गांधी की विरासत व्यापक और बहुमुखी है। उन्होंने भारत को तकनीकी और आर्थिक दृष्टि से सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके सुधारों और पहलों ने देश को आधुनिक और प्रगतिशील दिशा में अग्रसर किया। राजीव गांधी का योगदान आज भी भारतीय समाज और राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, और उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी हुई है।

राजीव गांधी का जन्म और प्रारंभिक जीवन एक राजनीतिक पृष्ठभूमि में हुआ, लेकिन उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती हिस्से में राजनीति से दूरी बनाए रखी। एक पायलट के रूप में उनका करियर और परिवारिक जीवन स्थिर था, लेकिन संजय गांधी की आकस्मिक मृत्यु और इंदिरा गांधी की अपील ने उन्हें राजनीति में प्रवेश करने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार, राजीव गांधी का जीवन एक नया मोड़ लेता है, जो उन्हें भारत के प्रधानमंत्री पद तक पहुँचाने वाला था।

 

FAQs –

  1. राजीव गाँधी का जन्म कब हुआ – 20 अगस्त 1944 को बाम्बे ( मुंबई ) में
  2. राजीव गाँधी की मृत्यु कब हुई – 21 मई 1991 को
  3. राजीव गाँधी की माँ का नाम क्या है –  इंदिरा गाँधी
  4. राजीव गाँधी के पिता का नाम क्या है – फिरोज गाँधी था
  5. राजीव गाँधी की पुण्यतिथि कब मनाई जाती है – 21 मई
  6. राजीव गाँधी किस नंबर के प्रधानमंत्री थे – भारत के छठे [6] प्रधानमन्त्री थे
  7. राजीव गाँधी कब से कब तक प्रधानमंत्री थे – 31 October 1984 – 2 December 1989

 

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